'सर पास कर देना, मेरी मां नहीं है, मेरे पापा मुझे मार डालेंगे...'

उत्तर प्रदेश में इन दिनों मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की कॉपियों की चेकिंग (मूल्यांकन) हो रही है. इन कॉपियों छात्र-छात्राओं ने प्रश्नों के उत्तर लिखने के साथ कई ऐसी बातें लिखी है जो बेहद चौंकाने वाले हैं. इन कॉपियों में छात्र-छात्राओं की ओर से लिखी गई बातें आज के समाज और परिवार में युवाओं के हालात को भी बयां कर रहे हैं. इन कॉपियों में लिखी गई बातों को हाल ही में नोएडा की छात्रा इकिशा की खुदकुशी की घटना से भी जोड़कर देखा जा सकता है. दरअसल, परीक्षा की कॉपी में छात्र-छात्राओं की ओर से लिखी गई बातें बयां कर रही हैं कि उनके अंदर परीक्षा को लेकर कितना दबाव है.

इस लड़के ने अपने प्यार का इजहार कॉपी में ही कर दिया| टीचर को कारण ओर बता रहा है, इसने मुझे पढाई से दूर कर दिया|


ਵਿਸਾਖੀ ਦਾ ਤਿਉਹਾਰ 13 ਅਪ੍ਰੈਲ 2018

ਵਿਸਾਖੀ ਦਾ ਤਿਉਹਾਰ 

               
ਵਿਸਾਖੀ 13 ਅਪ੍ਰੈਲ ਨੂੰ ਭਾਰਤ ਦੇ ਕੋਨੇ ਕੋਨੇ ਵਿਚ ਮਨਾਇਆ ਜਾਦਾ ਹੈ। ਵਿਸਾਖੀ ਵਾਲਾ ਦਿਨ ਕਿਸਾਨਾ ਲਈ ਖੁਸ਼ੀ ਦਾ ਪ੍ਰਤੀਕ ਮੰਨਿਆ ਜਾਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਦਿਨ ਲੋਕਾ ਵਿੱਚ ਖੁਸ਼ੀ ਦੇਖਣ ਨੂੰ ਮਿਲਦੀ ਹੈ। ਇਸ ਦਿਨ ਕਿਸਾਨ ਆਪਣੀ ਫਸਲ ਪੱਕ ਜਾਣ ਦੀ ਖੁਸ਼ੀ ਮਨਾਉਦੇ ਹਨ। ਕਿਸਾਨ ਵਿਸਾਖੀ ਕਣਕਾਂ ਦੀ ਵਾਢੀ ਦੀ ਸ਼ੁਰੂਆਤ ਕਰਦੇ ਹਨ। ਇਸ ਦਿਨ ਭਾਰਤ ਦੀਆਂ ਕਈ ਜਗ੍ਹਾਵਾਂ ਤੇ ਮੇਲੇ ਲੱਗਦੇ ਹਨ।ਇਸ ਮੇਲੇ ਦਾ ਆਨੰਦ ਮਾਣਨ ਲਈ ਦੂਰ ਦੁਰਾਡੇ ਤੋਂ ਆਉਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਮੇਲੇ ਦਾ ਆਨੰਦ ਮਾਣਦੇ ਹਨ। ਵਿਸਾਖੀ ਵਾਲਾ ਦਿਨ ਲੋਕਾਂ ਲਈ ਖੁਸ਼ੀ ਦਾ ਸੁਨੇਹਾ ਲੈ ਕੇ ਆਉਦਾ ਹੈ। ਵਿਸਾਖੀ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ਲੋਕ ਮੇਲੇ ਵਿੱਚ ਛਮਲੇ ਵਾਲੀਆਂ ਪੱਗਾਂ ਬੰਨ੍ਹ ਕੇ ਆਉਦਾ ਹਨ ਅਤੇ ਰੰਗ ਬਰੰਗੇ ਕੱਪੜੇ ਪਾਉਦੇ ਹਨ।ਇਸ ਦਿਨ ਮੇਲੇ ਵਿੱਚ ਬਾਜਾਰ ਲੱਗੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ। ਕੋਈ ਜਲੇਬੀਆਂ ਕੱਡ ਰਿਹਾ ਹੈ ਤੇ ਕੋਈ ਪਕੌੜੇ ਬਣਾ ਰਿਹਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। ਵਿਸਾਖੀ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ਵਿੱਚ ਕਈ ਜਗ੍ਹਾਵਾਂ ਤੇ ਚੰਡੋਲਾਂ ਲੱਗੀਆ ਹੁੰਦੀਆ ਹਨ। ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਬੈਠ ਕੇ ਬੱਚੇ ਝੂਟੇ ਲੈਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਖੁਸ਼ੀ ਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦੇ ਹਨ। ਇਸ ਦਿਨ ਮੇਲੇ ਵਿੱਚ ਨਜਾਰਾ ਦੇਖਣ ਵਾਲਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ।

Unemployment



As Punjab gears up for a job fair in Ludhiana on Sunday,  a latest study reveals that "there has been no public sector employment in the past 20 years. And in private sector too ,jobs are only in informal sector where the quality of work culture and earnings are not standardised.

“‘The study by Raniit Singh “Ghumman of the Centre for “Research in Rural and Industrial Development

(CRRID) has revealed that of the total population of 2.77 "crore in Punjab, the work force  is 98.97 lakh, 22.22 lakh are totally unemployed, 15.55 “lakh are seeking work and “14.46 lakh (14.61 per cent of the workforce) are marginal ”Workers -those who work between 3-6 months a year. Officially, the government :"claims that it has given jobs ‘to over 1 lakh people in the “past one year. In reality, many of those given letters in job
fairs have decided not to opt for the jobs on account of low salary, while others feel they are being “under employed” in small companies.

The Ludhiana’s mega job fair, where the CM proposes to hand over letters to 9,000 ‘ youth as part of his government’s “Ghar Ghar Naukri”, '

is expected to be no different, even if it commemorates the


fairs have decided not to opt for the jobs on account of low salary, while others feel they are being “under employed” in small companies.

The Ludhiana’s mega job fair, where the CM proposes to hand over letters to 9,000 ‘ youth as part of his government’s “Ghar Ghar Naukri”, '

is expected to be no different, even if it commemorates the

Congress’ first year in office.

While officers argue that the government is making its bid to ensure employment in each house through job fairs, the youth feel that at least some MNCs should be involved.
Data available from the
State level Bankers’ Committee of Punjab shows that only 954 cases have been sanctioned under Stand-Up India programme (till December 2017) and under the Pradhan Mantri MUDRA Yojana, 71 per cent of the target has been met.

Technical Education Minister Charanjit Singh Channi, who is overseeing job fairs. told The Tribune that these fairs have led to employment of 54,000 youth. “The CongIess government has helped create over 1 lakh

jobs so far. Agreed that the youth think they can have better employment opportunities, but the effort made by the government should be appreciated,” he said.

कभी अमीर नहीं बन सकते, जो लोग करते हैं ये 5 काम

जो मनुष्य इन परंपराओं का पालन नहीं करता वह कभी गरीबी से मुक्त नहीं हो पाता तथा जीवन भर परेशानी उनके साथ चिपकी रहती हैं। इसलिए आप इन बातों का विशेष ध्यान रखें...




गुरुवार को शेविंग करना

गुरुवार का दिन ग्रह बृहस्पति देवताओं का दिन होता है, जो लोग इस दिन सेविंग करते हैं, उन लोगों को भगवान कभी साथ नहीं देता और गरीबी उनका साथ नहीं छोड़ती। इसलिए विशेषकर मंगलवार, गुरुवार और शनिवार के दिन सेविंग ना करें।

नाखून काटना

कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो रात के समय नाखून काटते हैं। रात को नाखून काटना शास्त्रों में अपशकुन माना गया है, क्योंकि रात को नाखून काटने से उनके घर से लक्ष्मी का वास नहीं होता।

तुलसी को स्पर्श करना

रात को माता तुलसी के दीपक जलाने के पश्चात जो लोग तुलसी को स्पर्श करते हैं वह बहुत बड़ा महापाप होता है। इसलिए रात के समय में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए और ना ही छूना चाहिए, वरना लक्ष्मी हाथ से चली जायगी।

शाम के समय झाड़ू निकालना

जिस घर में शाम के समय झाड़ू निकाली जाती है, उस घर में दरिद्रता का वास होता है और वह कभी अमीर नहीं बन सकते। इसलिए झाड़ू को केवल शाम होने से पहले ही निकालें।

स्त्री का अपमान

जो मनुष्य स्त्री का अपमान करता है वह मनुष्य जीवन में कभी सुखी नहीं रह सकता, चाहे वह खुद की पत्नी हो या कोई और, उस मनुष्य के घर में सदैव अशांति व दरिद्रता ही रहती है।

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बुद्धिमान व्यक्ति वही होता है, जो इन 4 बातों का पता कभी भी दूसरों को नहीं चलने देता है

दोस्तों पंडित चाणक्य जी एक महान सिद्ध पुरुष थे। चाणक्य जी ने मनुष्य जीवन के लिए कुछ नीतियां ऐसे बनाई थी, जिनके आधार पर मनुष्य जीवन जिएगा तो वह हर कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। पंडित चाणक्य जी ने मनुष्य को इन चार बातों के बारे में सलाह दी है कि कभी भी दूसरे व्यक्ति को नहीं बताना चाहिए।

पंडित चाणक्य जी ने इन 4 बातों के बारे में बताया कि कभी भी दूसरों को नहीं बतानी चाहिए।

मनुष्य कि व्यक्तिगत समस्या

पंडित चाणक्य ने मनुष्य को यह सलाह दी है कि मनुष्य को कभी भी अपने निजी समस्या को कभी भी दूसरों के समक्ष उल्लेख नहीं करना चाहिए, चाहे वह आपके रिश्तेदार ही क्यों ना हो, क्योंकि ऐसा करने से वह लोग आपके पीछे से आपकी निंदा कर खुशियां मनाते हैं।

अपने अपमान के बारे में

दोस्तों पंडित चाणक्य जी ने यह भी कहा है कि जब कभी आपका किसी के द्वारा अपमान किया जाता है, तो इस अपमान का खुलासा कभी भी दूसरों को नहीं बताना चाहिए, क्योंकि अगर किसी को आप बताओगे, तो इससे आपका और अपमान बढ़ेगा या आपका मजाक उड़ाया जाएगा, जिससे आपकी इमेज पर दाग लगेगा।

पत्नी के चरित्र का उल्लेख

दोस्तों आप अपनी पत्नी के स्वभाव तथा अपने जीवन संबंधों के बारे में दूसरों को कभी नहीं बताना चाहिए, क्योकि आपका ही नहीं आपकी पत्नी की भी इज्जत जाने का खतरा रहता है, क्योंकि दूसरों को उनका मजाक उड़ाने का एक मौका मिल जाता है और कुछ बातें ऐसी भी होती हैं, जिनके बताने से आप पर समस्याएं और अधिक आ सकती हैं।

व्यापार के संबंध में

दोस्तो आपको अपने व्यापार के बारे में कभी भी दूसरों के समक्ष इन बातों का उल्लेख कभी नहीं करना चाहिए कि आपको व्यापार में कितना लाभ हुआ है या कितने की हानि हुई है, क्योकि जब आपकी इस स्थिति के बारे में दूसरों को पता लगता है तब उन लोगों से मदद लेने का समय आता है, तो आपको उन लोगों की मदद का सहयोग नहीं मिल पाएगा, उनको आप की तंगी के बारे में सब पता हो जाता है।

इसलिए दोस्तों बुद्धिमान व्यक्ति वही होता है, जो इन चार बातों का पता कभी भी किसी भी समय नहीं लगने देता है।

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